पश्चिम बंगाल ट्रेन दुर्घटना: कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी में टक्कर, 5 की मौत, कई घायल
पश्चिम बंगाल ट्रेन दुर्घटना: न्यू जलपाईगुड़ी में हुई भयानक टक्कर
पश्चिम बंगाल में सोमवार को न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के करीब कंचनजंगा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच हुई जबर्दस्त टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई और कई जख्मी हो गए। यह दुर्घटना उस वक्त हुई जब यह ट्रेन सियालदह से अगरतला की ओर जा रही थी। सुबह के करीब 9 बजे के आसपास की इस घटना में कंचनजंगा एक्सप्रेस के ड्राइवर भी मारे गए।
दुर्घटना के बाद घटना स्थल, रंगापानी स्टेशन, जो न्यू जलपाईगुड़ी से लगभग सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, पर रेल विभाग और राज्य प्रशासन की टीमें तुरंत पहुंच गईं। घटना इतनी भीषण थी कि कंचनजंगा एक्सप्रेस की दो पिछली बोगियां पटरी से उतर गईं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस दुःखद घटना पर अपनी गहरी चिंता और शोक व्यक्त की है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट (X) के माध्यम से इस दुर्घटना की जानकारी साझा की और कहा कि वे आगे के विवरण का इंतजार कर रही हैं। उन्होंने तुरंत ही राहत और बचाव कार्य के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया।
वर्तमान समय में घटनास्थल पर इमरजेंसी रिस्पांस टीमों को भेज दिया गया है, जिसमें डॉक्टरों और आपदा प्रबंधन की यूनिट्स शामिल हैं। साथ ही, पुलिस और रेलवे के सुरक्षा कर्मी भी मौके पर मौजूद हैं और फंसे हुए लोगों को निकालने का काम कर रहे हैं।
मौसम बना चुनौती
सिलीगुड़ी में हो रही भारी बारिश ने राहत और बचाव कार्य को और भी मुश्किल बना दिया है। व्यवस्थाएं भले ही तेजी से की गई हों, लेकिन मौसम की चुनौतियों के कारण काम सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा है।
इस दुर्घटना के कारण विभिन्न लंबी दूरी वाली ट्रेन सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। अब तक की जानकारी के अनुसार, कम से कम 25 लोगों के घायल होने की खबर है, जिन्हें पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
प्राथमिक जांच शुरू
रेलवे विभाग इस घटना की प्राथमिक जांच शुरू कर चुका है। जांच का मकसद यह समझना है कि दुर्घटना कैसे और क्यों हुई। शुरुआती अनुमान के अनुसार, मानवीय गलती के कारण यह हादसा हुआ हो सकता है।
इस दुर्घटना ने रेलवे सुरक्षा उपायों और प्रबंधन के सवालों को भी सामने ला खड़ा किया है। ऐसे में कई विशेषज्ञ और प्रबंधन अधिकारी इस पर मंथन कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को कैसे टाला जा सके।
स्थानीय लोगों की मदद
दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने भी तुरंत बचाव कार्य में जुट गए। कई लोग रक्तदान करने के लिए अस्पताल पहुंचे और दुर्घटनास्थल पर भीड़ इकट्ठी हो गई। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे घटना स्थल पर भीड़ ना लगाए जिससे राहत कामों में बाधा ना उत्पन्न हो।
आगे की राह
इस दुर्घटना के बाद रेलवे और राज्य सरकार दोनों के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि वे जल्द से जल्द स्थिति को सामान्य करें और पीड़ितों के परिवारों को सहायता पहुंचाएं। ममता बनर्जी ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इस दुखद घटना ने हमें एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हमारी सुरक्षा व्यवस्था कितनी महत्वपूर्ण है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।