रणजी ट्रॉफी में ओडिशा के खिलाफ मुंबई के लिए श्रेयस अय्यर का दोहरा शतक

रणजी ट्रॉफी में ओडिशा के खिलाफ मुंबई के लिए श्रेयस अय्यर का दोहरा शतक

श्रेयस अय्यर ने रणजी ट्रॉफी में मचाया धमाल

मुंबई के क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक खुशी की बात है कि श्रेयस अय्यर ने ओडिशा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में एक अविस्मरणीय प्रदर्शन किया है। मंगलवार के सुबह, जब मुंबई के बल्लेबाज ने अपने बीच के अंकगणित को सलाम किया, अय्यर ने सेनापतित्व की तस्वीर लिखी, जो आने वाले समय में भी याद की जाएगी। अय्यर ने 201 गेंदों में शानदार दोहरा शतक बनाया, जोकि उनका प्रथम श्रेणी में अभी तक का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। इस स्कोर को बनाकर उन्होंने ेएक कदम और बढ़ाया और 233 रनों तक पहुँच गए।

कप्तानी की भूमिका में श्रेयस अय्यर

कप्तानी की भूमिका में श्रेयस अय्यर

श्रेयस की यह पारी केवल एक व्यक्ति की खेल भावना नहीं थी, बल्कि यह टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए भी महत्त्वपूर्ण थी। सिद्धेश लाड के साथ उनकी साझेदारी ने ओडिशा के गेंदबाजों की मेहनत को बेकार साबित कर दिया। 354 रन की इस साझेदारी ने उन्हें टीम को मजबूती से आगे बढ़ाने में मदद की। श्रेयस की यह पारी उनकी उस पुरानी शैली की याद दिलाती है जो उन्होंने अपने पदार्पण टेस्ट मैच में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दिखाई थी।

सिद्धेश लाड की सफलता की कहानी

सिद्धेश लाड ने भी अपनी काबलियत का इज़हार इस मैच में किया। रणजी ट्रॉफी में यह उनका सर्वोच्च स्कोर था और इसे पूरा करने में उनकी दिलेर कोशिशें साफ दिखाई दीं। कोच ओंकार साल्वी और अन्य सहयोगी स्टाफ का योगदान इसमें भी महत्वपूर्ण रहा। लाड की यह पारी उनके करियर की पुनः शुरुआत का संकेत है, जिससे वह पहले क्रिकेट से संन्यास लेने की सोच रहे थे।

मुंबई की बढ़त और श्रेयस अय्यर की संघर्ष यात्रा

मुंबई की बढ़त और श्रेयस अय्यर की संघर्ष यात्रा

मुंबई की टीम इस मैच में ओडिशा के खिलाफ बढ़त बनाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि उनके ग्रुप में चौथी पोजीशन को मजबूत करने के लिए यह मैच निर्णायक साबित होगा। श्रेयस के लिए यह वही गति थी जो पिछले कुछ समय में काफी उतार-चढ़ाव का हिस्सा रही है। उन्हें भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किया गया था और उन्हें बीसीसीआई केंद्रीय अनुबंध भी खोना पड़ा था। परंतु उनकी यह पारी बता रही है कि वे एक नए आत्मविश्वास के साथ मैदान में वापस आ रहे हैं और अपनी खोई पहचान को पाने की जद्दोजहद में लगे हैं।

रणजी ट्रॉफी का महत्व

रणजी ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट की नींव मानी जाती है। इसके माध्यम से कई युवाओं को अपने सपनों को हकीकत में बदलने का मौका मिलता है और श्रेयस अय्यर का यह प्रदर्शन यह साबित करता है कि इस प्रतियोगिता में प्रदर्शन करने का मतलब क्या होता है। अब देखना यह होगा कि आने वाले मैचों में अय्यर का यह फॉर्म किस प्रकार से बरकरार रहता है और क्या यह उनके लिए भारतीय टीम में वापसी का दरवाजा खोलेगा?