फेडरल रिजर्व: लगातार दूसरी बार ब्याज दर में कटौती की तैयारी
फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती: समझने की कोशिश
फेडरल रिजर्व की मौजूदा आर्थिक रणनीति का केंद्र बिंदु ब्याज दरों में कटौती है। यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और महंगाई के कमजोर होने के संकेतों के बीच की नीति को सहारा देने के उद्देश्य से है। वर्तमान में अर्थव्यवस्था के कई पहलू मंडराते हैं, जिनमें वृद्धि को स्थिर करना, रोजगार के अवसर बढ़ाना, और वित्तीय स्थिरता को बनाए रखना शामिल है। इसके बीच में, फेडरल रिजर्व उसी दिशा में अपनी चाल चल रहा है।
महंगाई का दबाव और फेडरल रिजर्व की प्रतिक्रिया
महंगाई दर जून 2022 में 9.1 प्रतिशत के उच्चतम स्तर से गिरकर अगस्त में 2.5 प्रतिशत पर आ गई है। स्थिति ने फेड को अपनी प्रमुख ब्याज दर में कटौती करने की अनुमति दी है। नई घोषणाएँ नवम्बर और दिसम्बर में अतिरिक्त कटौतियों की हैं, और 2025 और 2026 में भविष्य की और संभावित कटौतियाँ भी योजना में हैं। ये सभी प्रयास अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा देने के लिए हैं।
ट्रम्प के आर्थिक प्रस्तावों का प्रभाव
इस बीच, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आर्थिक प्रस्तावों ने फेड की योजनाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने सभी आयातों पर कम से कम 10 प्रतिशत का टैरिफ लगाने और चीनी वस्तुओं पर अधिक कर लगाने का प्रस्ताव दिया है। इससे महंगाई दर में इज़ाफा हो सकता है और फेड की दर कटौती की संभावनाओं पर असर पड़ सकता है।
अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियाँ
आर्थिक गतिविधियों और निवेश बाजार के वर्तमान संकेतों ने भी फेड के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं। ब्याज दरों में कटौती के बाद भी, लंबी अवधि के लिए उधारी दरों में बढ़ोतरी का खतरा बना हुआ है, जिससे उद्योग और सामान्य उपभोक्ता पर असर पड़ सकता है। फेड की कोशिश है कि वह नीतिगत रूप से ऐसा संतुलन कायम करें, जिससे अर्थव्यवस्था सुचारू रूप से आगे बढ़े।
उंचाईयों पर उधारी लागत और उपभोक्ता खर्च
उधारी की बढ़ती लागत ने घर खरीदने और कार के लोन को महंगा बना दिया है। उसके उलट, उपभोक्ता खर्च अब तक मजबूत रहा है, जो इंगित करता है कि शायद ब्याज दरों में कटौती की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही, यदि महंगाई दर फिर से बढ़ने लगती है, तो फेड पर और दबाव आ जाएगा कि वह ब्याज दरों में और कटौती नहीं करे।
अगला कदम: फेडरल रिजर्व का भविष्य
फेडरल रिजर्व का अगला कदम संभावित रूप से राष्ट्रपति चुनाव के बाद का होगा। इस समय, यह संस्था सियासी दबाव से बचते हुए संतुलन बनाए रखने की कोशिश कर रही है। फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल स्पष्ट कर चुके हैं कि उनका ध्यान किसी राजनेता या राजनीतिक पार्टी पर नहीं, बल्कि सभी अमेरिकियों के लिए अधिकतम रोजगार और मूल्य स्थिरता पर है।