जब हम Larry Page, गूगल के सह-संस्थापक और इंटरनेट खोज तकनीक के अग्रणी की बात करते हैं, तो तुरंत इनके द्वारा स्थापित Google, दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी याद आती है। Larry Page ने 1998 में Sergey Brin के साथ मिलकर एक ऐसी प्लेटफ़ॉर्म बनाई जो सिर्फ जानकारी खोजने से आगे बढ़कर ज्ञान का द्वार खोलती है। इस जीनियस ने Alphabet, Google की होल्डिंग कंपनी, जो विभिन्न तकनीकी प्रोजेक्ट्स को समेटती है की भी स्थापना की, जिससे नई‑नई तकनीकें जैसे AI और स्वायत्त वाहन तेज़ी से आगे बढ़े।
हम यहाँ Larry Page की यात्रा को कई पहलुओं से तोड़ते हैं: उनका शुरुआती जीवन, सर्च एल्गोरिद्म की बुनियाद, AI में उनका योगदान, और कैसे Search Engine, वेब पर जानकारी को क्रमबद्ध करने की प्रणाली ने इंटरनेट प्रयोग को आसान बना दिया। साथ ही, हम देखेंगे कि AI, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, जो गूगल की कई सेवाओं में निहित है ने आज के डिजिटलीकरण को कैसे तेज़ किया है। इन सबको जोड़ते हुए हम समझेंगे कि Larry Page का ‘उद्यमशीलता’ (entrepreneurship) क्या मायने रखता है, और यह आज के स्टार्ट‑अप्स में किस तरह प्रेरणा बन रहा है।
पहले लेख में हम देखेंगे कि कैसे Google की मूल खोज तकनीक ने इंटरनेट को व्यवस्थित किया। फिर अगले हिस्से में AI‑ड्रिवेन प्रोजेक्ट्स जैसे Google Assistant, DeepMind, और स्वायत्त कारों की झलक मिलेगी। अंत में, Larry Page के द्वारा स्थापित Alphabet, एक संरचनात्मक इकाई जो विभिन्न नवाचारों को संलग्न करती है की व्यवस्थित रणनीति और उसका भविष्य‑दृष्टिकोण समझेंगे। इस क्रम में आप पाएँगे कि कैसे एक सरल खोज प्रश्न से लेकर जटिल मशीन‑लर्निंग मॉडल तक, Larry Page की विचारधारा ने हर कदम पर दिशा निर्धारित की।
इन सबके बीच, हमारे पास आपके लिए अनेक लेखों का संग्रह है—क्रिकेट, राजनीति, तकनीकी अपडेट, और मनोरंजन—जो इस टॅग पेज पर एक साथ इकट्ठा हुए हैं। चाहे आप आज के खेल परिणाम देखना चाहते हों या नवीनतम AI ख़बरें, यहाँ सब कुछ मिलेगा। तो चलिए, इस डिजिटल यात्रा की शुरुआत Larry Page के विचारों से करते हैं और देखते हैं कि कैसे उनका विज़न हमारे रोज़मर्रा के इंटरनेट उपयोग को आकार देता है।