जब हम ट्रम्प प्रशासन, 2017‑2021 में डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व में अमेरिकी कार्यकारी शाखा, जिसने कर, व्यापार, इमिग्रेशन और विदेश नीति में कई बदलाव लाए भी कहा जाता है Trump Administration, तो खुद को समझना आसान हो जाता है कि इस अवधि में किस तरह के निर्णय लिये गये। यह अवधि अमेरिकी राजनीति की कहानी को पुनः लिखने का एक दौर थी, जहाँ राष्ट्रपति के व्यक्तिगत शैली और पार्टी के विचारधारा दोनों ही प्रमुख भूमिका निभाते थे।
पहला प्रमुख संबंध डोनाल्ड ट्रम्प, 45वें राष्ट्रपति, जिनकी चुनावी रणनीति और सोशल मीडिया उपस्थिति ने राजनीति को डिजिटल बनायाँ से है। उनके नेतृत्व में राष्ट्रपति के निर्देशों से सीधे नीति‑निर्माण में गति आई, जिससे व्यापार समझौते, कर सुधार और इमिग्रेशन नियम तुरन्त लागू हुए। ट्रम्प की शैली ने प्रशासनिक प्रक्रियाओं को तेज़ किया, लेकिन साथ ही कई बार कानूनी चुनौतियों को भी बुलन्द किया।
दूसरा महत्वपूर्ण घटक अमेरिकी आर्थिक नीति, ट्रम्प प्रशासन के दौरान एक सरल कर कटौती योजना (Tax Cuts and Jobs Act) और नियामक राहत पर केंद्रित नीति थी। इस नीति ने कंपनियों के कर बोझ को घटाया, जिससे निवेश में वृद्धि हुई और शेयर बाजार को तड़के से प्रोत्साहन मिला। इसे अक्सर "आर्थिक पुनरुत्थान" कहा जाता है, परन्तु कुछ आर्थिक विषमताएँ भी बढ़ गईं, जैसे आय असमानता। इस आर्थिक दिशा ने व्यापारिक विवादों को तेज़ किया, विशेषकर चीनी व्यापार के साथ टैरिफ़ की लड़ाई में।
तीसरा प्रमुख क्षेत्र इमिग्रेशन नीति, सख्त सीमा सुरक्षा, शरणार्थी प्रवर्तन और ‘मेगाफोन्स’ के तहत प्रवासियों की संख्या को सीमित करने की रणनीति था। ट्रम्प प्रशासन ने सीमा पर दीवार निर्माण, डी.एस.एस. (DHS) को सशक्त किया और कई प्रवासी देशों के साथ वीज़ा प्रतिबंध लगाए। यह कदम सुरक्षा के दायरे में कई लोगों को पसंद आया, जबकि मानवाधिकार समूहों ने इसकी कड़ी आलोचना की। इमिग्रेशन नीति ने अन्न्य देशों के साथ कूटनीतिक संबंधों को भी प्रभावित किया।
विदेश नीति के क्षेत्र में भी अमेरिकी विदेश नीति, ट्रम्प प्रशासन के दौरान ‘अमेरिका फर्स्ट’ टैग के तहत वैश्विक गठबंधन पुनरावलोकन, मध्य पूर्व में तनाव और NATO संबंधों में बदलाव एक केंद्रीय भूमिका रही। ट्रम्प ने कई अंतरराष्ट्रीय समझौते जैसे पेरिस जलवायु समझौता और इराक युद्ध के बाद के समझौते से हटकर ‘स्टाइल’ अपनाया। इस बदलाव ने वैश्विक ऊर्जा बाजार, सुरक्षा गठजोड़ और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को नया रूप दिया।
इन सभी पहलुओं के बीच एक स्पष्ट संबंध है: ट्रम्प प्रशासन ने राष्ट्रीय संप्रभुता को मुख्यधारा में रखकर नीति‑निर्माण को तेज़ किया, जबकि अंतरराष्ट्रीय सहयोग में बदलाव लाया. यह संक्षिप्त ढाँचा दिखाता है कि कैसे एक ही नेतृत्व में आर्थिक, सामाजिक और कूटनीतिक निर्णय जुड़ते हैं। इसलिए, जब आप इस टैग के अंतर्गत लिखे लेख पढ़ेंगे, तो आप विभिन्न क्षेत्रों में इस प्रशासन की प्रभावशीलता, उनकी आलोचना और उनके द्वारा उत्पन्न बहसों को समझ पाएँगे।
नीचे आप विभिन्न लेखों की एक सूची पाएँगे—कुछ ने व्यापारिक समझौते, कुछ ने कर सुधार, और कुछ ने विदेश नीति के बदलावों का विश्लेषण किया है। चाहे आप एक छात्र हों, पत्रकार हों या सामान्य पाठक, यहाँ आपको ट्रम्प प्रशासन के प्रमुख फैसलों का विस्तृत सारांश, उनके आर्थिक परिणाम, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके प्रभाव मिलेगा। इन लेखों को पढ़ते समय आप ऊपर बताए गए प्रमुख संस्थाओं और नीतियों के बीच के संबंधों को आसानी से पहचान पाएँगे, और इस तरह आप अपने विचारों को और गहरा बना सकेंगे।