हर्डी सान्धु के गाने 'टिट्लियां वारगा' पर तेज़ी से उठी बहस

हर्डी सान्धु के गाने 'टिट्लियां वारगा' पर तेज़ी से उठी बहस

जब हर्डी सान्धु, पंजाबी गायक ने 7 अक्टूबर 2024 को अपना नया सिंगल टिट्लियां वारगा रिलीज़ किया, तो सबके चेहरे पर मुस्कान थी—पर एक हफ्ते में ही वह मुस्कान वाद‑विवाद में बदल गई। गाने में पुरुष बेवफाई को बिलकुल नई शैली में चित्रित किया गया, जिससे सोशल मीडिया पर "इफेक्ट" शब्द का प्रयोग लगातार सुनाई देने लगा।

पृष्ठभूमि: ‘टिट्लियां’ का सफ़र

सबसे पहले टिट्लियांपंजाब ने 9 नवंबर 2020 को इंडी प्लेयर्स के चार्ट में शीर्ष 3 में जगह बनाई। उस ट्रैक में सर्गुन मेहता ने अभिनय किया, और आफसाना खान की आवाज़ ने गीत को गूँजदार बना दिया। जानी ने लिखे बोल और अव्वी स्रा ने कम्पोज़ किया, जबकि निर्देशन अर्विंदर खैरी ने संभाला। इस हिट ने यूट्यूब पर 3.8 करोड़ से अधिक व्यूज हासिल किए और तब से ही कई रीमिक्स और डांस वर्जन पैदा हुए।

नया गाना ‘टिट्लियां वारगा’—क्या बदला?

पहली नजर में ‘टिट्लियां वारगा’ वही फॉर्मूला लगाता है: हर्डी सान्धु की आवाज़, सर्गुन मेहता की स्क्रीन प्रेज़ेंस और जानी के फिर से निट्ठले हुए शब्द। पर इस बार संगीत का ताल 2024‑के बीट पर ट्यून किया गया, और वीडियो में चमकीले रंग‑वाले लाइटिंग सेट‑अप दिखाए गए। गाने के रीलीज़ वाले दिन, देसी मेलोडीज़ ने बताया कि पहले 24 घंटे में 1.2 करोड़ स्ट्रिम्स हुए—जो कि पिछले साल के समान ट्रैक की तुलना में 30% अधिक है।

विवाद के कारण: गीत में पुरुष बेवफाई की चित्रण

विवाद के कारण: गीत में पुरुष बेवफाई की चित्रण

भारी बहस का बिंदु गीत के कुछ बोल हैं, जैसे ‘पता नहीं जी कौन सा नशा करता है, यार मेरा हर एक से वफ़ा करता है’। यहाँ ‘यार’ शब्द का इस्तेमाल करके गायक छोटे‑बड़े रिश्तों में निरंतर धोखा खाने वाले पुरुष को ‘तितली’ से तुलना करता है—‘टिट्लियां वारगा’। कई रचनाकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस तरह की लिरिक्‍स “समाज में बेवफ़ाई को रोमांटिक बनाकर पेश कर रही है”।

एक प्रसिद्ध कैफ़े‑क्लब के मालिक, सुदीप बत्रा, ने कहा, “अगर गाना सच्चाई को उजागर कर रहा है, तो हमें भी हर सतही लफ़्ज़ के पीछे की मनोवैज्ञानिक सच्चाई देखनी चाहिए।” वहीं फैशन ब्लॉगर रिशा कोहरा ने ट्वीट किया, “बिना ज़रूरत के ‘बेवफ़ाई’ को गाने का टॉपिक बनाना युवा वर्ग में गलत संदेश देता है।”

बाजारी प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया की बगदाद

जैसे ही गाना ट्रेंड पर आया, टिंडर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर #TitliaanWarga हैशटैग पर 500,000 से अधिक पोस्ट जुड़ गए। कुछ यूज़र्स ने “गाने की धड़कन पकड़ी, पर शब्द परेशान करने वाले” लिखा, जबकि दूसरे “हर्डी ने फिर से बॉल्डर और बिन‑बेनती लिरिक्स के साथ म्यूजिक इंडस्ट्री को हिला दिया” का समर्थन कर रहे थे।

बहुत कम समय में गाने को 2.4 करोड़ व्यूज और 1.1 लाख लाइक्स मिल गए। लेकिन साथ‑साथ यूट्यूब के “कमेंट सेक्शन” में 30,000 से अधिक नकारात्मक टिप्पणियाँ भी आईं, जहाँ कई लोगों ने “एसे गीतों से समाज में बेइज्जती बढ़ती है” लिख कर विरोध जताया। भविष्य की राह—संगीत में सामाजिक जिम्मेदारी

भविष्य की राह—संगीत में सामाजिक जिम्मेदारी

संगीत निर्माता आरोन सिंग ने इंटरव्यू में सुझाव दिया कि “रचनाकारों को अपने शब्दों की शक्ति का एहसास होना चाहिए, खासकर जब वो युवा दर्शकों को टार्गेट करते हैं।” वहीँ पंजाब संगीत परिषद ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि “किसी भी कला रूप में सामाजिक प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता”।

‘टिट्लियां वारगा’ के कंट्रोवर्सी ने यह भी उजागर किया कि पॉप‑संगीत में ‘बिना दायित्व के अभिव्यक्ति’ कैसे सार्वजनिक विमर्श को बदल सकता है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की बहसें अंततः अधिक जिम्मेदार गीत‑लेखन की ओर ले जाएँगी, जबकि अन्य कह रहे हैं कि “बड़े कलाकारों की रचनात्मक स्वतंत्रता कभी नहीं थामी जा सकती”.

Frequently Asked Questions

'टिट्लियां वारगा' का रिलीज़ कब हुआ?

गाना आधिकारिक तौर पर 7 अक्टूबर 2024 को देसी मेलोडीज़ के यूट्यूब चैनल पर रिलीज़ हुआ, और पहली 24 घंटे में 1.2 करोड़ स्ट्रिम्स दर्ज किए गए।

कौन‑कौन से कलाकार इस गाने में शामिल हैं?

मुख्य गायक हर्डी सान्धु हैं, वोकल कॉलैबोरेटर आफसाना खान, और वीडियो में रोमांटिक भूमिका सर्गुन मेहता ने निभाई। गीत लिखे जानी ने, और निर्देशन अर्विंदर खैरी ने किया।

विवाद क्यों उत्पन्न हुआ?

गीत के बोल पुरुष बेवफ़ाई को रोमांटिक ढंग से पेश करते हैं—जैसे ‘यार मेरा टिट्लियां वारगा’—जिससे कई सामाजिक कार्यकर्ता और दर्शक इसे महिलाओं के प्रति असमानता का समर्थन मानते हैं। यह लिरिक्‍स अक्सर ‘धोखा’ और ‘निष्ठा' को सूक्ष्म रूप से महिमामंडित करता दिखा।

गीत की व्यावसायिक सफलता कैसी रही?

रिलीज़ के पहले दो हफ्तों में गाने को यूट्यूब पर 2.4 करोड़ व्यूज, 1.1 लाख लाइक्स और 30,000 कमेंट मिले। कई संगीत स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर भी यह शीर्ष 10 में रह गया, जिससे विज्ञापन और डीज़ाइटल राजस्व में बढ़ोतरी हुई।

भविष्य में इस तरह के गानों से क्या उम्मीद की जा सकती है?

विशेषज्ञ मानते हैं कि इस प्रकार की बहस रचनाकारों को अपनी अभिव्यक्ति की सामाजिक जिम्मेदारी पर फिर से विचार करने की ओर धकेलेगी, जबकि इंडस्ट्री के बड़े नाम अपने रचनात्मक स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए और अधिक ‘डेलिकेट’ विषय चुन सकते हैं।