KKR vs PBKS: ईडन गार्डन्स में बारिश से मैच रद्द, पंजाब का 201/4 बेकार

बारिश और आंधी ने मैच रोक दिया
ईडन गार्डन्स में शाम की हवा कुछ और कह रही थी, स्कोरबोर्ड कुछ और। पंजाब किंग्स ने 20 ओवर में 201/4 ठोक दिए और जैसे ही कोलकाता की पारी शुरू हुई, तेज बारिश और आंधी ने खेल ही पलट दिया। फ्लडलाईट्स चमक रही थीं, पर हवा में उड़ता मलबा और गीला आउटफील्ड किसी भी तरह की क्रिकेट को इजाजत नहीं दे रहे थे।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए पंजाब ने शुरुआत से दबदबा दिखाया। प्रियंश आर्या ने 35 गेंदों पर 69 और प्रभसिमरन सिंह ने 49 गेंदों पर 83 बनाए। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 120 रन जोड़ दिए। पिच बेहद सूखी और काफी धीमी बताई जा रही थी, पर दोनों ओपनर्स ने बैकफुट शॉट्स और साफ-सुथरे स्ट्रोक्स से KKR के प्लान को गड़बड़ा दिया।
- पंजाब किंग्स: 201/4 (20 ओवर)
- प्रियंश आर्या: 69 (35)
- प्रभसिमरन सिंह: 83 (49)
- KKR गेंदबाजी: वैभव अरोड़ा 2/34, आंद्रे रसेल 1/27, वरुण चक्रवर्ती 1/39
कोलकाता की ओर से रसेल और चक्रवर्ती ने बीच-बीच में रफ्तार रोकी, वैभव अरोड़ा ने डेथ में दो विकेट लेकर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की। फिर भी 200 के पार का स्कोर इस पिच पर भारी ही दिख रहा था। दिलचस्प पल यह भी रहा कि 2024 में KKR को खिताब दिलाने वाले श्रेयस अय्यर इस बार पंजाब की कप्तानी करते हुए उसी मैदान पर लौटे।
चेज़ की शुरुआत में KKR ने एक ओवर में 7 बिना नुकसान के बनाए। सुनील नारायण 4* और रहमानुल्लाह गुरबाज़ 1* थे। तभी मौसम ने करवट ली—तेज बारिश, तेज हवा और स्टैंड्स से उड़ता सामान सीधे मैदान में आने लगा। ग्राउंड स्टाफ ने सुपर सॉपर्स उतार दिए, कवर बदलते रहे, पर पानी थमता ही नहीं था। इंतजार लंबा खिंचा, कट-ऑफ टाइम लांघ गया और आखिरकार अंपायरों ने मैच परित्यक्त कर दिया। दोनों टीमों को एक-एक अंक मिला।

अब आगे क्या: नियम, अंक तालिका और संदर्भ
टी20 लीग चरण में आमतौर पर रिजर्व डे नहीं होता, इसलिए मौसम ने एक बार खेल रोका तो वापसी मुश्किल हो जाती है। नियम साफ हैं—दूसरी पारी में कम से कम पांच ओवर होना जरूरी है ताकि डकवर्थ-लुईस-स्टर्न (DLS) से नतीजा निकले। चूंकि KKR की पारी बस एक ओवर चली, DLS लागू करने का मौका ही नहीं मिला।
इस नो-रिजल्ट का असर सीधा अंक तालिका पर पड़ता है—दोनों टीमों को एक-एक अंक। नेट रन रेट पर भी कोई फेरबदल नहीं होता, क्योंकि परित्यक्त मैच कैलकुलेशन में शामिल नहीं होते। पंजाब के नजरिये से यह नतीजा खटकने वाला है। सीजन का उनका सबसे बड़ा स्कोर 201/4 बना, ओपनर्स ने लय बना दी थी, और फिर मौसम ने सब बेकार कर दिया। कोलकाता के लिए राहत यह कि मुश्किल लक्ष्य के बावजूद हार का खतरा टल गया, लेकिन घर में जीत का मौका भी हाथ से निकल गया।
ईडन गार्डन्स में अप्रैल के आखिरी हफ्तों में तेज प्री-मानसून आंधियां आम हैं—स्थानीय भाषा में जिन्हें कालबैशाखी कहा जाता है। देर शाम को अचानक बादल, बिजली, फिर बूंदाबांदी से सीधे तेज बारिश—ऐसे हालात में सबसे मेहनती ग्राउंड स्टाफ भी मजबूर हो जाते हैं। शनिवार को भी यही हुआ। कवर बार-बार हटे, फिर पड़े, लेकिन आउटफील्ड खेलने लायक नहीं हो पाया।
क्रिकेटिंग लेवल पर देखें तो पंजाब की बल्लेबाजी योजना स्पष्ट थी—धीमी पिच पर बैट का फेस खुला रखते हुए गैप ढूंढो, बैक एंड पर एक्स्ट्रा कवर और पॉइंट के ऊपर से मारो, और हर ओवर में एक बड़ा शॉट। KKR ने इसके जवाब में वैरिएशन, कटर और लंबाई बदलने की चाल चली, मगर पावरप्ले की धुनाई ने मैच की टोन सेट कर दी थी।
चेज़ की झलक भी दिलचस्प थी। नारायण स्ट्राइक पर थे, गेंद थोड़ी रुककर आ रही थी, फिर भी KKR ने जोखिम कम रखा और स्कोरबोर्ड चलाया। बस एक ओवर के बाद ही मंजर बदल गया। तेज हवा से पिच कवर उठने लगे, अम्पायरों ने खिलाड़ियों को तुरंत डगआउट भेजा, और उसके बाद वापसी की कोई खिड़की नहीं बची।
फैंस के लिए निराशा दोहरी थी—स्टैंड्स खचाखच भरे, रोशनी गजब की, और स्कोरबोर्ड पर 200 पार का स्कोर। ऐसा सेट-अप आमतौर पर हाई-वोल्टेज चेज़ देता है। लेकिन मौसम के सामने क्रिकेट भी छोटा पड़ गया।
आगे बढ़ते हुए दोनों टीम मैनेजमेंट के लिए सीख साफ है—धीमी पिच पर पावरप्ले का असर निर्णायक होता है, और डेथ ओवर्स में प्लान-बी जरूरी। पंजाब को यह भरोसा मिलेगा कि उनके ओपनर्स फॉर्म में हैं। KKR के लिए पॉजिटिव यह कि डेथ में वैभव अरोड़ा ने टोन सुधारी। अगला मैच आते-आते यही छोटे-छोटे पॉइंट्स काम आएंगे।
रिकॉर्ड में यह मुकाबला परित्यक्त रहेगा, लेकिन कहानी लोगों के जेहन में ऐसे याद होगी—एक ताकतवर बैटिंग शो, एक उभरती साझेदारी, और फिर आसमान से आए तूफान ने सब रोक दिया। KKR vs PBKS के इस एपिसोड ने फिर याद दिला दिया कि टी20 में सब कुछ प्लान हो सकता है, बस मौसम नहीं।