टीवी सीरियल 'टारक मेहता का उल्टा चश्मा' में रोशन सिंह सोढ़ी का किरदार निभाने वाले अभिनेता गुरुचरण सिंह 25 दिनों तक लापता रहने के बाद अब सकुशल घर लौट आए हैं। 22 अप्रैल को गुरुचरण सिंह अचानक गायब हो गए थे, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनकी तलाश के लिए एक बड़ा अभियान चलाया था।
पुलिस ने क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल सहित कम से कम एक दर्जन टीमों को लगाकर गुरुचरण सिंह की खोज शुरू की थी। लेकिन 25 दिनों तक उनका कोई अता-पता नहीं चल पाया। आखिरकार 17 मई को गुरुचरण सिंह खुद घर लौट आए।
गुरुचरण सिंह ने आध्यात्मिक यात्रा का जिक्र किया
गुरुचरण सिंह ने बताया कि वह एक आध्यात्मिक यात्रा पर निकल गए थे, जिसकी वजह से उन्होंने घर छोड़ने का फैसला किया था। पुलिस ने गुरुचरण सिंह के बयान कोर्ट में दर्ज कर लिए हैं।
गुरुचरण सिंह के गायब होने से पहले वह दिल्ली से मुंबई जाने वाली फ्लाइट में सवार होने वाले थे, लेकिन वह अपनी मंजिल पर कभी नहीं पहुंचे। जब गुरुचरण सिंह का फोन स्विच ऑफ हो गया तो उनके पिता ने पालम स्थित स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
गुरुचरण सिंह के बैंक खाते से निकाले गए थे 14,000 रुपये
जांच के दौरान पुलिस ने गुरुचरण सिंह के वित्तीय लेनदेन की भी जांच की थी। उनके गायब होने के दिन उनके एक बैंक खाते से 14,000 रुपये निकाले गए थे। यह उनका आखिरी ट्रांजेक्शन था।
गुरुचरण सिंह की तलाश में पुलिस हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में भी गई थी। पहले यह खबर आई थी कि गुरुचरण सिंह ध्यान लगाने के लिए हिमालय जाने में दिलचस्पी रखते थे, जिसका उनके गायब होने से संबंध हो सकता है।
पुलिस ने कई टीमें लगाकर चलाया था तलाश अभियान
गुरुचरण सिंह के लापता होने के बाद दिल्ली पुलिस ने उनकी तलाश के लिए एक व्यापक अभियान चलाया था। कई टीमों को लगाकर सुराग जुटाने की कोशिश की गई थी। लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी गुरुचरण सिंह का कोई अता-पता नहीं चल पाया था।
गुरुचरण सिंह के घर वापस लौटने से उनके परिवार और फैंस को बड़ी राहत मिली है। उनके लापता होने को लेकर काफी चिंता जताई जा रही थी। अब गुरुचरण सिंह के सकुशल घर लौटने से उनके गायब होने की गुत्थी भी सुलझ गई है।
गुरुचरण सिंह ने लंबे समय तक 'टारक मेहता का उल्टा चश्मा' में अहम भूमिका निभाकर लोगों का मनोरंजन किया। उनके अचानक गायब होने से उनके चाहने वालों में हलचल मच गई थी। लेकिन अब सब कुछ ठीक हो गया है और गुरुचरण सिंह एक बार फिर अपने परिवार के साथ हैं।
reshveen10 raj
मई 18, 2024 AT 19:01वाह! गुरुचरण साहब, आपने सबको राहत दी। जल्दी से फिर से शो में लाइटें जलाएँ।
Navyanandana Singh
मई 19, 2024 AT 23:20आत्मा की खोज कभी सरल नहीं होती, कभी-कभी वह हमें अंधेरे मोड़ पर ले आती है।
गुरुचरण साहब की हड़बड़ में जमी हुई स्थल यात्रा शायद उनके भीतर की अनसुलझी तालमेल को सुलझाने का प्रयास थी।
जब हम किसी को खोया हुआ देखते हैं, तो अंदर का स्याह शोर बढ़ता है, और हम अनजाने में अपने ही प्रतिबिंब को देख लेते हैं।
वह आध्यात्मिक तीर्थ यत्रा, शायद खुद को फिर से परिभाषित करने का एक साहसिक कदम थी।
ध्यान की गहराई में खो जाना, कभी-कभी पहचान को खो देना भी हो सकता है, और यही हमें फिर से उठना सिखाता है।
इस यात्रा में उन्होंने क्या देखा, किसको मिलता, यह केवल वही बता सकते हैं, पर सार्वजनिक मंच पर उनका खुलकर कहना भी एक तरह का उपचार हो सकता है।
पुलिस की तलाश, परिवार की चिंताएँ, फैंस की आशाएँ-सभी मिलकर एक जटिल जाल बनाते हैं।
परंतु अंत में वे घर लौट आए, यह संकेत देता है कि अंधेरा हमेशा स्थायी नहीं रहता।
बहुतेरे लोग अपने जीवन में समान परिस्थितियों का सामना करते हैं, और इस कहानी से सीख लेते हैं कि आशा कभी खत्म नहीं होती।
जब हम किसी को डूबते देखते हैं, तो हमें अपना हाथ बढ़ाना चाहिए, न कि सिर्फ़ टिप्पणी करना।
शायद उनका अस्थायी गायब होना एक चेतावनी थी, कि हमें अपने भीतर के शोर को सुनना चाहिए।
हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है कि हम ऐसे मामलों में सहानुभूति और समर्थन दें।
आध्यात्मिक यात्रा का जिक्र करके उन्होंने अपने दर्द को शब्दों में ढाल दिया, जो बहुत मायने रखता है।
वास्तव में, इस तरह की कहानियाँ हमें अपने जीवन के मूल्यांकन के लिये प्रेरित करती हैं।
अंत में, हमें यह महसूस करना चाहिए कि हर गुमशुदगी में एक नई शुरुआत छिपी होती है।
आइए हम सब मिलकर इस अनुभव से सीखें और आगे बढ़ें।
monisha.p Tiwari
मई 21, 2024 AT 03:06सबने मिलकर दुआ की थी, अब सब ठीक है, यही सबसे बड़ी जीत है।
Nathan Hosken
मई 22, 2024 AT 06:53इस घटना ने हमें सामाजिक-आधारित एकजुटता की महत्ता का बोध कराया।
समानुभूति के साथ प्रयास किया गया, और परिणामस्वरूप परिवार को आश्वासन मिला।
आगे बढ़ते हुए हमें इस प्रकार के संकट में संरचनात्मक सहयोग को सुदृढ़ करना चाहिए।
Manali Saha
मई 23, 2024 AT 10:40चलो भाई लोगों!!!
jitha veera
मई 24, 2024 AT 14:26ऐसी बातें तो पुलिस पहले ही कर चुकी हैं, अब और क्या जोड़ रहे हो?
Sandesh Athreya B D
मई 25, 2024 AT 18:13ओह! आखिरकार हिम्मत हुई वापस आने की, क्या बड़े नायक बन गए!
Jatin Kumar
मई 26, 2024 AT 22:00हँसते रहो 😊 सबको अपनों की वापसी पर खुशी है! आशा है आगे भी सब अच्छा चलता रहेगा।
Anushka Madan
मई 28, 2024 AT 01:46बिना कारण गायब होना नैतिक रूप से अस्वीकार्य है, लोगों को डरा दिया।
nayan lad
मई 29, 2024 AT 05:33अगर फिर कभी ट्रैवल प्लान हो, तो परिवहन कंपनी से रीयल-टाइम अपडेट ले लेना चाहिए।