जब LG Electronics India ने IPO के पहले दिन ही 100% सब्सक्रिप्शन हासिल की, उसी रात Tata Capital Limited ने दो दिन में केवल 75% शेयरों को बुक किया, तो बाजार में गहरी चौंकिया उठी। यह दो प्रमुख सार्वजनिक प्रस्ताव 7 अक्टूबर 2025 को एक साथ खुले, और उनके अलग‑अलग सब्सक्रिप्शन पैटर्न ने निवेशकों के सेक्टर‑विशिष्ट भावना को उजागर किया। राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आंकड़ों के मुताबिक, ताटा कैपिटल को 24.85 करोड़ शेयरों के बोली मिल गई, जबकि कुल 33.34 करोड़ शेयर पेश किए गए थे। वहीं, एलजी का 11,607 करोड़ रुपये का प्रस्ताव प्रतिदिन पूरी तरह बुक हो गया, जो इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में मजबूत माँग का संकेत देता है।
IPO की पृष्ठभूमि और प्रमुख आंकड़े
ताटा समूह की वित्तीय सहायक Tata Capital Limited ने 6 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक अपना सार्वजनिक प्रस्ताव चलाया, जिसका मूल्य बैंड ₹310‑₹326 प्रतिशेयर था। यदि ऊपरी सीमा पर बांडिंग हो, तो कंपनी का अनुमानित मूल्य ₹1.38 लाख करोड़ तक पहुँचता है—वर्तमान वर्ष का सबसे बड़ा IPO और पिछले साल के Hyundai Motor India के ₹27,859 करोड़ के बाद दूसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक ऑफर। कुल 47.58 करोड़ शेयरों में से 21 करोड़ नयी इक्विटी जारी की गई, जबकि 26.58 करोड़ शेयर मौजूदा शेयरधारकों के ऑफ‑ऑफर‑सेल (OFS) के रूप में बेचे जा रहे हैं। इस OFS में प्रमुख विक्रेता Tata Sons और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान International Finance Corporation शामिल हैं।
दूसरी ओर, LG Electronics India ने भी उसी दिन अपना ₹11,607 करोड़ का IPO लॉन्च किया। तीन‑दिन की बुकिंग विंडो (7‑9 अक्टूबर) के तहत इसने पहले दिन ही पूरी माँग को पूरा कर लिया। दोनों कंपनियों की लिस्टिंग 13 अक्टूबर को BSE और NSE दोनों में तय है।
ताटा कैपिटल की सब्सक्रिप्शन स्थिति
ताटा कैपिटल को विभिन्न निवेशक वर्गों से अलग‑अलग प्रतिक्रिया मिली। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर (QIB) ने 86% सब्सक्राइब किया, रिटेल व्यक्तिगत निवेशकों ने 67% और गैर‑इंस्टीट्यूशनल (NI) ने 75% शेयर बुक किए। सबसे आश्चर्यजनक था एम्प्लॉयी कोटा, जो 194% तक ओवर‑सब्सक्राइब हुआ, जिससे कंपनी के अंदरूनी विश्वास का स्पष्ट संकेत मिला।
प्रस्ताव के अंकुर बुकिंग चरण में, ताटा कैपिटल ने 68 घरेलू और विदेशी संस्थागत निवेशकों से ₹4,642 करोड़ की मंज़ूर राशि एकत्र की। इस चरण में माँग पेश किए गये शेयरों से लगभग पाँच गुना अधिक थी, जिससे संस्थागत निवेशकों का उत्साह स्पष्ट हो गया। निवेशकों को न्यूनतम 46 शेयरों का लॉट (लगभग ₹14,996) खरीदना अनिवार्य है, और आगे के आवेदन इस लॉट के गुणज में किया जा सकता है।
LG इलेक्ट्रॉनिक्स की सब्सक्रिप्शन स्थिति
इसी दौरान, LG Electronics India ने इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में तीव्र निवेशक रुचि देखी। पहला दिन ही सभी शेयर बुक हो गए, जिससे यह दर्शाता है कि उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स की तेज़ वृद्धि और ब्रांड की विश्वसनीयता दोनों ही निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि लैपटॉप, मोबाइल और घरेलू उपकरणों की बढ़ती मांग इस बंप को और सुदृढ़ करेगी।

निवेशकों की प्रतिक्रिया और विशेषज्ञ विश्लेषण
बाजार विश्लेषक ऋषि पटेल ने कहा, "ताटा कैपिटल का अत्यधिक उच्च वैल्युेशन अभी भी निवेशकों के बीच थोड़ा संकोच पैदा कर रहा है, जबकि LG इलेक्ट्रॉनिक्स को लेकर उत्साह अधिक स्पष्ट है।" उन्होंने आगे बताया कि वित्तीय सेवाओं में जोखिम प्रोफ़ाइल अधिक जटिल होता है, इसलिए निवेशक अस्थायी रूप से सुरक्षा के लिए बेहतर रिटर्न देने वाले सेक्टरों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के अनुसार, ताटा कैपिटल के लिए अक्टूबर 7, 10:55 बजे तक का प्रीमियम ₹12.5 रहा, और अनुमानित लिस्टिंग कीमत ₹338.5 (ऊपर बैंड ₹326) के अनुसार लगभग 3.83% का संभावित उत्थान दिखा। जबकि LG इलेक्ट्रॉनिक्स की GMP अभी तक सार्वजनिक नहीं हुई, लेकिन शुरुआती बुकिंग संकेतों के आधार पर प्रीमियम की अपेक्षा अधिक होने की संभावना है।
भविष्य के प्रभाव और अगले कदम
ताटा कैपिटल द्वारा जुटाए गए फंड मुख्यतः टियर‑I कैपिटल को बढ़ाने और भविष्य की लोन पोर्टफ़ोलियो का समर्थन करने में लगेंगे। OFS से मिलने वाले राजस्व स्पष्ट रूप से Tata Sons और International Finance Corporation को लाभ पहुंचाएगा।
दूसरी ओर, LG इलेक्ट्रॉनिक्स के फंड का उपयोग नई उत्पादन लाइनों को विकसित करने, डिजिटल‑हेडसेट और स्मार्ट‑हॉम प्रोडक्ट्स में विस्तार करने के लिए किया जाएगा। दोनों IPO की लिस्टिंग 13 अक्टूबर को होगी, जिससे बाजार में नई पूँजी प्रवाह की शुरुआत होगी और दोनो‑सेक्टर्स में ट्रेडिंग वॉल्यूमेंट में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की संभावना है।

मुख्य बातें
- LG इलेक्ट्रॉनिक्स ने IPO के पहले दिन ही 100% सब्सक्रिप्शन पूरा किया।
- Tata Capital ने दो दिनों में 75% शेयर बुक किए, QIB 86% और एम्प्लॉयी कोटा 194% तक ओवर‑सब्सक्राइब रहा।
- ताटा कैपिटल का वैल्युेशन ₹1.38 लाख करोड़, जबकि LG का अनुमानित मार्केट कैप अभी घोषित नहीं।
- ग्रे मार्केट प्रीमियम Tata Capital के लिए ₹12.5, अपेक्षित लिस्टिंग कीमत ₹338.5।
- दोनों IPO की लिस्टिंग 13 अक्टूबर को BSE और NSE पर निर्धारित।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
ताटा कैपिटल के IPO में निवेशकों को सबसे बड़ा जोखिम क्या लगता है?
मुख्य जोखिम उच्च वैल्युेशन पर आधारित है। यदि आर्थिक ठहराव या बैंकरपसी के कारण ऋण डिफॉल्ट बढ़ता है, तो शेयर कीमत में गिरावट का खतरा रहता है।
LG इलेक्ट्रॉनिक्स के IPO से कौन‑से सेक्टर को सबसे अधिक लाभ मिलेगा?
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, विशेष रूप से स्मार्ट‑हॉम डिवाइस और फ़्लैगशिप फ़ोन लाइनें, इस फंडिंग से उत्पादन क्षमता बढ़ाने और नए उत्पाद लॉन्च करने में मदद पाएँगी।
क्या दोनों कंपनियों की लिस्टिंग एक ही दिन होगी?
हां, दोनों कंपनी 13 अक्टूबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर एक साथ लिस्ट होंगी, जिससे शुरुआती ट्रेडिंग वॉल्यूम उच्च रहने की संभावना है।
ताटा कैपिटल का ग्रे मार्केट प्रीमियम कितना है और इसका क्या मतलब है?
7 अक्टूबर तक GMP ₹12.5 रहता है, जो दर्शाता है कि आधिकारिक बिड कीमत से कुछ अतिरिक्त प्रीमियम पर ट्रेडर शेयर खरीद रहे हैं—संकेत है कि बाजार में हल्का आशावाद मौजूद है।
इन IPOs के बाद भारतीय शेयर बाजार की दिशा क्या हो सकती है?
दोनों बड़े‑पैमाने के IPOs के साथ बाजार में तरलता बढ़ेगी। यदि LG की सब्सक्रिप्शन की गूँज जारी रहती है, तो टेक‑सेक्टर में आगे भी नई पेशकशें देखने को मिल सकती हैं, जबकि वित्तीय सेवाओं में निवेशक सतर्क रहेंगे।
Nitin Talwar
अक्तूबर 7, 2025 AT 23:02देश की बड़ी कंपनियों के IPO में सब्सक्राइब करने के पीछे कोई गुप्त साजिश है 😒
onpriya sriyahan
अक्तूबर 8, 2025 AT 04:35LG का पूरा बुक हो जाना देख के लगता है इलेक्ट्रॉनिक्स में भरोसा अभी भी मजबूत है लोग तुरंत फंड लगा रहे हैं और टाटा कैपिटल की धीमी प्रतिक्रिया से लगता है वित्तीय क्षेत्र में अभी भी सावधानी बरतनी पड़ती है लेकिन फिर भी इस माह की बड़ी खबरें यही दिखा रही हैं कि टेक में निवेश का उत्साह बढ़ा है