पुणे पोर्शे दुर्घटना: पुलिस चाहते हैं किशोर चालक पर वयस्क की तरह मुकदमा चले - फडणवीस
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुणे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (JJB) के आदेश पर हैरानी और निराशा व्यक्त की है, जिसमें एक घातक पोर्शे दुर्घटना में शामिल 17 वर्षीय चालक को निबंध लिखने और 15 दिनों के लिए आरटीओ अधिकारियों की सहायता करने जैसी शर्तों के साथ जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
फडणवीस ने कहा कि पुलिस किशोर चालक पर वयस्क की तरह मुकदमा चलाने के लिए लड़ेगी, क्योंकि उनका मानना है कि जेजेबी का आदेश बहुत ही नरम था। किशोर बिना लाइसेंस के गाड़ी चला रहा था और दुर्घटना से पहले बारों में गया था, जिसके परिणामस्वरूप दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की मौत हो गई थी।
पुलिस चाहती है कड़ी कार्रवाई
पुलिस ने अधिक सख्त धारा 304 (दोषपूर्ण हत्या) लागू करने के लिए आवेदन किया है और अगर जेजेबी के समक्ष समीक्षा विफल हो जाती है तो वे उच्च न्यायालयों का रुख करेंगे। फडणवीस ने शराब पीकर और नाबालिगों द्वारा गाड़ी चलाने पर अंकुश लगाने के उपायों पर भी चर्चा की, जिसमें आवासीय क्षेत्रों में पब की वैधता की समीक्षा करना और स्वीकृत योजनाओं से विचलन वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई करना शामिल है।
अपंजीकृत पोर्शे, जिसे किशोर के पिता द्वारा खरीदा गया था लेकिन अवैध करों के कारण पंजीकृत नहीं किया गया था, वह भी जांच के दायरे में है और एक और एफआईआर दर्ज किए जाने की संभावना है।
पुलिस स्टेशन में विशेष व्यवहार के आरोप
किशोर चालक को पुलिस स्टेशन में कथित तौर पर विशेष व्यवहार देने के आरोपों की जांच जारी है। इस घटना ने समाज में एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है, जहां कई लोगों ने किशोर चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
फडणवीस ने कहा, "हम चाहते हैं कि किशोर चालक पर वयस्क की तरह मुकदमा चलाया जाए। जेजेबी का आदेश बहुत ही नरम था और इसने लोगों को गलत संदेश भेजा है। हमें उम्मीद है कि उच्च न्यायालय इस मामले में हस्तक्षेप करेगा और न्याय सुनिश्चित करेगा।"
शराब पीकर और नाबालिग द्वारा गाड़ी चलाने पर अंकुश
फडणवीस ने कहा कि सरकार शराब पीकर और नाबालिगों द्वारा गाड़ी चलाने पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठाएगी। उन्होंने कहा:
- आवासीय क्षेत्रों में पब की वैधता की समीक्षा की जाएगी
- स्वीकृत योजनाओं से विचलन वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
- शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी
- ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा
उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और वे सुनिश्चित करेंगे कि दोषियों को कड़ी सजा मिले।
निष्कर्ष
पुणे पोर्शे दुर्घटना ने एक बार फिर समाज में यह सवाल उठाया है कि क्या अमीर और प्रभावशाली लोगों के बच्चों को कानून से ऊपर माना जाता है। इस मामले ने यह भी दिखाया है कि किस तरह से नशे में गाड़ी चलाना और नाबालिगों द्वारा गाड़ी चलाना समाज के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है।
हालांकि, फडणवीस के बयान से यह उम्मीद जगती है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेगी और दोषियों को सजा दिलाने के लिए कड़े कदम उठाएगी। समाज को भी इस मुद्दे पर एकजुट होने और अपने बच्चों को जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है।