तमिलनाडु के संभावित उप मुख्यमंत्री के रूप में उदयनिधि स्टालिन: CM को लेना है फैसला
तमिलनाडु में राजनीतिक उथल-पुथल: उदयनिधि स्टालिन पर निर्भर हो रही है जिम्मेदारी
तमिलनाडु के राजनीतिक गलियारों में इस वक्त असाधारण हलचल मची हुई है। मुख्य कारण है उदयनिधि स्टालिन का संभावित उप मुख्यमंत्री के रूप में प्रमोशन। तमिलनाडु के मौजूदा खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में अपने संभावित प्रमोशन की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि यह निर्णय उनके पिता और राज्य के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पर निर्भर करेगा।
उदयनिधि, जिन्हें तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी DMK का एक महत्वपूर्ण चेहरा माना जाता है, के उप मुख्यमंत्री बनने की चर्चा पिछले कुछ दिनों से जोरों पर है। इस समय, उदयनिधि को राज्य की राजनीति में दूसरे नंबर का व्यक्ति माना जाता है, क्योंकि वह अक्सर महत्वपूर्ण आयोजनों में अपने पिता की जगह लेते हैं। इस मुद्दे पर पूर्व अनुमान तब और भी तेज हो गए जब मुख्यमंत्री ने अगस्त 22 को अमेरिका यात्रा की घोषणा की, जिससे पहले या बाद में यह प्रमोशन हो सकता है।
उदयनिधि स्टालिन ने सड़कों पर चल रही चर्चाओं और अफवाहों को तब और भी अधिक तूल दे दिया जब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, 'मैं राजनीति में कोई महत्वकांक्षा नहीं रखता। कोई फैसला लेना है, तो वह मुख्यमंत्री का होगा।' इस बयान ने उन लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया जो सोच रहे थे कि यह पद उन्हें मिलना लगभग तय है। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि यह बयान उनके राजनीतिक अनुभव और सजगता को दिखाता है।
सीएम की अमेरिका यात्रा और संभावित योजनाएं
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन की आगामी अमेरिका यात्रा ने भी इस मुद्दे को और गर्मा दिया है। यह संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री अपनी यात्रा से पहले या उसके तुरंत बाद उदयनिधि को उप मुख्यमंत्री बना सकते हैं। हालांकि, इस मामले पर अंतिम निर्णय लिया जाना अभी बाकी है। कुछ DMK सूत्रों का कहना है कि पार्टी के भीतर इस मुद्दे पर सहमति बनी है और जल्द ही औपचारिक घोषणा की जा सकती है।
अगस्त 22 को शुरू होने वाली इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री अमेरिका में उपचार के लिए जा रहे हैं। इसके कारण कुछ महत्वपूर्ण निर्णय उनकी गैरमौजूदगी में ही लिए जा सकते हैं, जिनमें उदयनिधि की नियुक्ति भी शामिल हो सकती है।
DMK के अंदरूनी मतभेद और सियासी शतरंज
उदयनिधि स्टालिन की नियुक्ति का सवाल पूछे जाने पर DMK के अंदर भी मतभेद प्रकट हो रहे हैं। कुछ वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि अभी उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाना पार्टी के लिए इसलिए भी फायदेमंद रहेगा क्योंकि इससे पार्टी को नई ऊर्जा मिलेगी। वहीं दूसरी ओर कुछ नेताओं का मानना है कि पार्टी को सहजता और धैर्य से यह मामला संभालना चाहिए ताकि कोई विवाद न उत्पन्न हो।
फिर भी, DMK के कई नेताओं का मानना है कि उदयनिधि की नियुक्ति एक तयशुदा निर्णय है और यह केवल समय की बात है कि कब यह औपचारिक रूप से घोषित होगा। कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का भी मानना है कि उदयनिधि को उप मुख्यमंत्री बनाने से तमिलनाडु की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू होगा जो आने वाले दिनों में पार्टी और सरकार दोनों के लिए सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
समाप्ति में, तमिलनाडु की राजनीति एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रही है जहां एक तरफ CM एम के स्टालिन का नेतृत्व और दूसरी तरफ उनके बेटे उदयनिधि स्टालिन की बढ़ती जिम्मेदारियां पार्टी और राज्य की राजनीति की दिशा तय करेंगी।